पंखे में कंडेनसर का क्या काम होता है ?
हेल्लो दोस्तों, मेरा नाम है संदीप और मैं एक इलेक्ट्रीशियन हूँ। और आप के साथ इलेक्ट्रिकल की जानकारी साँझा करता हूँ। दोस्तों, आज हम जानेंगे पंखे में कंडेनसर का क्या काम होता है ? वैसे तो यह मेरा सवाल नही है, काम करते वक्त एक स्टूडेंट ने मुझ से यह सवाल पूछा था। सवाल तो सरल है, लेकिन इस का जवाब वाकई सरल नहीं है। शायद ऐसे कई लोग होंगे जिनके मन में यह सवाल आता होगा। इसलिए मैंने इसपर कुछ लिखने का मन बना लिया। आज मैं आप को बड़े ही आसान तरीकें से यह बताऊंगा की पंखे में कंडेनसर का क्या काम होता है ?
तो सब से पहले हमें पंखा जिसे सीलिंग फैन भी कहाँ जाता है, उसे समझना होगा। उस के फंक्शन को समझना होगा। दोस्तों, सीलिंग फैन में दों तरह की वाइंडिंग होती है, यह आप ने कभी न कभी देखी ही होगी। सीलिंग फैन के अंदर दो वाइंडिंग होती हैं जिन्हें स्टार्टिंग वाइंडिंग और रनिंग वाइंडिंग के नाम से जाना जाता है। स्टार्टिंग वाइंडिंग को सपोर्टिंग वाइंडिंग के रूप में भी जाना जाता है जबकि रनिंग वाइंडिंग को मेन वाइंडिंग के रूप में जाना जाता है।
पंखें में कंडेनसर नही होता तो क्या होता?
पंखे में कंडेनसर का क्या काम होता है ? यह जानने के पहले हम यह सोच कर देखते है की अगर पंखें में कंडेनसर नही होता तो क्या होता ? यह सवाल थोडा अटपटासा लगता है लेकिन यह एक महत्वपूर्ण पॉइंट है, जो हम सोच कर देख सकते है, तभी हम कंडेनसर की फंक्शनलिटी को अच्छेसे समझ पाएंगे।
मान लीजिए सीलिंग फैन में कोई कंडेनसर नहीं जुड़ा है। बस दोनों वाइंडिंग याने स्टार्टिंग और रनिंग वाइंडिंग डायरेक्ट सिंगल फेज एसी सप्लाई वोल्टेज 120V के समानांतर जुड़े हुए हैं। तो क्या होगा? क्या पंखा (सीलिंग फैन) घूमेगा? जवाब है – हाँ घूमेगा, लेकिन इसे जिस दिशा में मैन्युअली तरीके से घुमावोंगे उस दिशा में यह गुमना शुरू कर देगा, लेकिन जब तक आप खुद इसे नही घुमावोगे तब तक यह एक जगह vibrate करता रहेगा। आओ जानते है ऐसा क्यों?
पंखे में सीलिंग फैन कैसे काम करता है?
सीलिंग फैन में मौजूद स्टार्टिंग वाइंडिंग और रनिंग वाइंडिंग के कॉइल्स क्लॉक-वाइज और एंटी-क्लॉकवाइज तरीकों से बनाये जाते है, जब कॉइल्स में करंट का सप्लाई होगा तो एक वाइंडिंग क्लॉकवाइज मैग्नेटिक फील्ड (चुम्बकीय क्षेत्र) का निर्माण करेगी और दूसरी वाइंडिंग एंटी-क्लॉक वाइज मैग्नेटिक फ़ील्ड का निर्माण करेगी ।
जिस से ऐसे स्थिति में सीलिंग फैन (पंखा) ना क्लॉक वाइज घूमेगा ना एंटी क्लॉक वाइज। या हम यह भी कह सकते है, सिंगल फेज सप्लाई के कारण एक ही रिवॉल्विंग फ्लक्स होता है जो क्लॉक वाइज और फिर एंटी-क्लॉक वाइज एक साथ घूमता है। ऐसी स्थिति में पंखा ना तो क्लॉक वाइज जायेगा और ना ही एंटी-क्लॉक वाइज, वह एक ही स्थिति में vibrate करना शुरू कर देगा, जब तक की आप इसे अपने हाथों से किसी दिशा में नही घुमावोगे। और यही कारण है की सीलिंग फैन या सिंगल फेज मोटर सेल्फ स्टार्ट नही हो सकती। उसे सेल्फ स्टार्ट करने के लिए कंडेनसर की आवश्यकता होती है।
तो अब आप के मन में यह सवाल जरुर आया होगा की एक कंडेनसर सीलिंग फैन या सिंगल फेज मोटर को कैसे घुमाता है? याने वही सवाल पंखे में कंडेनसर का क्या काम होता है ? इस के लिए आप को कंडेनसर के कार्य को अच्छेसे समझना होगा।
दोस्तों, Ac इंडक्शन मोटर को शुरू करने के लिए रोटेटिंग मैग्नेटोमोटिव फोर्स (एमएमएफ) की जरूरत होती है। जिसे दों चरणों में निर्माण करना होता है, जिस के लिए हमें दों फेज की आवश्यकता होती है। लेकिन आप को पता है, हमारे घर में आनेवाली बिजली सिंगल फेज होती है, ऐसे में कंडेनसर का इस्तेमाल करते है। जो रोटेटिंग मैग्नेटोमोटिव फोर्स के निर्माण के लिए एक अतिरिक्त चरण का निर्माण करता है।
याने आसान शब्दों में कहाँ जाए तो जब हम पंखे का स्विच शुरू करते है तब पंखे को स्टार्ट करना और एक दिशा में घुमाने का काम कंडेनसर करता है।
दोस्तों यह आर्टिकल पढ़कर आप जान ही गये होंगे पंखे में कंडेनसर का क्या काम होता है ? हम ने इस आर्टिकल में आपको बड़ें ही आसान शब्दों में यह बताने की कोशिश की है की सीलिंग फैन में कंडेनसर का क्या काम होता है?
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